मनोज जैसवाल : इंटरनेट की धीमी रफ्तार से उपभोक्ताओं को जल्द ही निजात मिलने वाली है। निजी क्षेत्र की ब्रॉडबैंड कंपनियां 4जी तकनीक पर आधारित ब्रॉडबैंड सेवाएं शुरू करने की तैयारी में है। इससे जहां इंटरनेट यूजर्स को किफायती दरों पर हाईस्पीड ब्रॉडबैंड के साथ सुरक्षित डाटा ट्रांसफर की सुविधा मिलेगी।
वहीं, कंपनियां छोटे शहरों और गांवों में भी इंटरनेट सेवाओं का विस्तार कर सकेंगी। विशेषज्ञों का मानना है कि एक बार इन सेवाओं के शुरू होने से बाजार में प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी, जिससे उपभोक्ताओं को किफायती दरों पर 4जी तकनीक की ब्रॉडबैंड सेवाएं मिल सकेंगी।
2012 से 4जी पर ब्रॉडबैंड सेवाओं की शुरुआत
देशभर में अधिक से अधिक लोगों तक इंटरनेट की पहुंच बेहतर एवं सुलभ कराने और ई-गवर्नेंस सेवाओं के समुचित विस्तार के तहत सरकार की ओर से निजी ब्रॉडबैंड कंपनियों को ब्रॉडबैंड वायरलेस एक्सेस (बीएलए) लाइसेंस जारी किए हैं। तकनीक रूप से इसे 4जी एलटीई (लांग टर्म इवोल्यूशन) कहते हैं। उम्मीद है कि कुछ कंपनियां 2012 से 4जी तकनीक पर ब्रॉडबैंड सेवाओं की शुरुआत कर देंगी।
डाटा एक्सेस की प्रक्रिया होगी तेज
इंटरनेट एवं मोबाइल एसोसिएशन ऑफ इंडिया (आईएएमएआई) के अध्यक्ष सुभो रे का कहना है कि 4जी तकनीक मुख्य रूप से डाटा एक्सेस को काफी तेज बना देगी। यूजर्स को डाटा ट्रांसफर के दौरान धीमी रफ्तार की परेशानी से दो-चार नहीं होना पड़ेगा। इससे इंटरनेट सेवाओं का विस्तार और व्यापक बनाने में मदद मिलेगी। इससे बेसिक कम्युनिकेशन जैसे ई-मेल आदि भी तेज और स्पष्ट हो जाएंगे।
4जी में स्पीड 10 एमबीपीएस
आमतौर पर 3जी (थर्ड जेनरेशन) तकनीक पर डाटा ट्रांसफर की स्पीड 1 से 3 एमबीपीएस तक होती है। जबकि, 4जी (फोर्थ जेनरेशन) तकनीक के जरिए यह स्पीड 10 एमबीपीएस तक पहुंच जाएगी। 4जी तकनीक पर ब्रॉडबैंड सेवाओं के विस्तार पर आईएएमएआई अध्यक्ष का कहना है कि यह कीमत और उपयोगिता पर निर्भर करेगा। यदि सेवा किफायती होगी और उपयोगिता बढ़ेगी तो निश्चित रूप से लोग इसे अपनाएंगे। लेकिन शुरुआत में मौजूदा ग्राहक ही इस ओर स्वीच करेंगे।
तिकोना डिजिटल करेगी शुरुआत
तिकोना डिजिटल नेटवर्क्स के चीफ मार्केटिंग अधिकारी हेरंब रानाडे का कहना है कि बाजार फिक्स ब्रॉडबैंड को छोड़कर मोबाइल पर जीपीआरएस के लिए आगे बढ़ रहा है। उपभोक्ता नई तकनीक की तरफ देख रहे हैं। ऐसे में 4जी तकनीक पर ब्रॉडबैंड सेवाएं उनकी उम्मीदों पर खरा उतरेगी। उन्होंने बताया कि तिकोना डिजिटल 2012 से 4जी एलटीई सेवाओं की शुरुआत कर देगी।
गांवों तक पहुंच सकेगा फायदा
आईएएमएआई द्वारा कराए गए एक अध्ययन के मुताबिक देश में हर महीने 50 से 70 लाख इंटरनेट यूजर जुड़ते हैं। इनमें से अधिकतर छोटे शहरों व कस्बों से होते हैं। आईएएमएआई अध्यक्ष सुभो रे का कहना है कि सरकार इंटरनेट की शक्ति और पहुंच का इस्तेमाल ग्रामीण और दूरदराज के क्षेत्रों में बेहतर कम्युनिकेशन, एजुकेशन, ई-कॉमर्स और ई-गवर्नेंस सुविधाओं के प्रसार के लिए कर सकती है। 4जी तकनीक से ऑडियो-वीडियो कंटेंट तेजी और बेहतर तरीके से एक्सेस हो सकेगा। इससे गांवों में साक्षरता संबंधी दिक्कतों को दूर किया जा सकेगा। व्यापारी वर्ग भी लेनदेन का सुरक्षित तरीके से तेज ट्रांजेक्शन कर सकेंगे।
इन कंपनियों को मिले हैं बीडब्लूए लाइसेंस
जिन कंपनियों को बीडब्लूए लाइसेंस मिले हैं, उनमें तिकोना डिजिटल नेटवर्क्स, इनफोटेक, क्वालकॉम, एयरसेल और आगेयर शामिल हैं। तिकोना को 4जी एलटीई स्पेक्ट्रम यूपी (ईस्ट व वेस्ट), गुजरात, राजस्थान और हिमाचल प्रदेश के लिए प्राप्त हुआ है। हाल ही में तिकोना ने स्पीड, सर्विस, सेविंग और सिक्युरिटी पर केंद्रित अपने नए अभियान ‘ब्रॉडबैंड कम्प्लीटली’ की शुरुआत भी की है।
क्या है 4जी एलटीई
4जी एलटीई (लांट टर्म इवोल्यूशन) तीसरी पीढ़ी (3जी) के बाद की इंटरनेट ब्रॉडबैंड सर्विस तकनीक है। इससे इंटरनेट उपभोक्ताओं को 3जी के मुकाबले अधिक तेज, सुरक्षित और किफायती दरों पर डाटा ट्रांसफर और एक्सेस की सुविधा मिल सकेगी।
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उपयोगी जानकारी,मनोज जी धन्यबाद.
ReplyDeleteआपका आभार बाबू राम जी।
ReplyDeleteसुन्दर जानकारी..
ReplyDeletevert good post manoj ji.
ReplyDeleteबेहतरीन जानकारी
ReplyDeleteउपयोगी जानकारी
ReplyDeleteइस उपयोगी जानकारी के लिए आपका साधुवाद ।
ReplyDeleteरोचक जानकारी
ReplyDeleteइस जानकारी के लिए मनोज जी धन्यबाद.
ReplyDeleteउपयोगी जानकारी,मनोज जी धन्यबाद.
ReplyDeleteइस जानकारी के लिए धन्यबाद.
ReplyDeleteबहुत बढिया जानकारी आप
ReplyDeleteसभी ब्लॉगर साथिओं का पोस्ट पर राय के लिए दिल से धन्यबाद.
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