विशेषज्ञों ने नासा को यह सुझाव दिया है। हालांकि नासा इस विषय पर हमेशा से चुप रहा है। कैलिफोर्निया स्थित ब्रेन रिसर्च लेबोरेटरी के डॉ. रहॉन जोसेफ ने ‘जर्नल ऑफ कॉस्मोलॉजी में ‘सेक्स ऑन मार्स’ शीर्षक से प्रकाशित चैप्टर में ये बातें लिखी हैं। फॉक्स न्यूज ने डॉ. जोसेफ के हवाले से बताया, ‘इंसान सेक्स के बारे में बहुत ज्यादा सोचते हैं। अगर आप मंगल ग्रह की लंबी यात्रा पर जा रहे हैं तो वहां करने के लिए कुछ नहीं होगा।.नासा जिन अंतरिक्ष यात्रियों को अंतरिक्ष में भेजता है उनके बीच भावनात्मक रिश्ता बनने की संभावना होती है।
उनके इस रिश्ते को आगे बढ़ने से रोकना नाइंसाफी होगी।’ डॉ. जोसेफ ने कहा, ‘अंटार्कटिक अंतरिक्ष के समान है। वहां बहुत लंबा समय अंदर बिताना पड़ता है। हम देखते हैं कि विपरीत परिस्थितियों में शोधकर्ता वहां लंबे समय तक रहते हैं और महिला शोधकर्ता गर्भवती भी हो जाती हैं। ये एक सामान्य बात है। नासा को मंगल ग्रह के बारे में भी यह सोचना चाहिए। अगर मंगल ग्रह पर शिशु आएगा तो वह वहां के अलग और नए पर्यावरण से परिचित हो जाएगा। इस तरह कई पीढ़ियों के बाद एक नई प्रजाति सामने आएगी।नासा ने अंतरिक्ष में सेक्स को लेकर कभी भी अपना रुख स्पष्ट नहीं किया है। अंतरिक्ष यात्रियों के लिए तय किए गए आचरणों में कहा गया है कि वे उचित व्यवहार बनाए रखेंगे। नासा के लैंजली रिसर्च सेंटर के प्रवक्ता माइकल फिनरएन ने कहा, ‘मंगल पर बस्ती बसाने जैसा कोई भी कदम नासा अभी नहीं उठा रहा है। अंतरिक्ष या मंगल पर सेक्स अथवा गर्भधारण को लेकर नासा कोई अध्ययन कर रहा है या नहीं? इस बारे में हम कोई टिप्पणी नहीं कर पाएंगे।’ बहरहाल, इसे लेकर जिज्ञासा बनी हुई है।
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