मनोज जैसवाल : गुजरात के विकास कार्यों के लिए मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ कर चुके सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने बृहस्पतिवार को यू टर्न लेते हुए उन पर भ्रष्टाचार को लेकर जोरदार हमला किया।
देश भर में भ्रष्टाचार के खिलाफ अलख जगा रहे गांधीवादी कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने गुजरात विद्यापीठ में विभिन्न स्वयंसेवी संगठनों द्वारा आयोजित ‘लोक सुनवाई’ कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि गुजरात में कई स्तरों पर भ्रष्टाचार देखकर वे काफी निराश हैं। मोदी की तारीफ करने के लिए आलोचनाएं झेल चुके गांधीवादी सामाजिक कार्यकर्ता ने कहा कि राज्य में भ्रष्टाचार तेजी से फैल रहा है। गांधी के राज्य में इतना भ्रष्टाचार पहले कभी नहीं था।
भ्रष्टाचार के कई मामले
भाजपा के तेजतर्रार नेता पर तंज करते हुए हजारे ने कहा कि गांधी के गुजरात में आज शराब दूध से ज्यादा सहज सुलभ है। यहां आने के बाद मैंने महसूस किया है कि यहां भ्रष्टाचार के कई मामले हैं। उन्होंने मोदी से राज्य में तुरंत लोकायुक्त नियुक्त करने की मांग की।
जन लोकपाल बिल की मसौदा समिति में सिविल सोसायटी के पांच सदस्यों में से एक हजारे ने कहा कि सबसे पहले तो लोगों को मजबूत करने के लिए राज्य में लोकायुक्त लाया जाए और दूसरा ग्राम सभा को और अधिकार देने के लिए कानून बनाए जाएं।
अन्ना के सहयोगी और सामाजिक कार्यकर्ता स्वामी अग्निवेश ने कहा कि ‘लोक सुनवाई’ में गुजरात सरकार के विकास के कई झूठे दावों की पोल खुल गई है। पिछले दिनों हजारे ने मोदी की तारीफ करते हुए कहा था कि राज्यों के मुख्यमंत्रियों को मोदी और नीतीश द्वारा किए जा रहे विकास कार्यों से सीख लेनी चाहिए।
manojjaiswalpbt@gmail.com
देश भर में भ्रष्टाचार के खिलाफ अलख जगा रहे गांधीवादी कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने गुजरात विद्यापीठ में विभिन्न स्वयंसेवी संगठनों द्वारा आयोजित ‘लोक सुनवाई’ कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि गुजरात में कई स्तरों पर भ्रष्टाचार देखकर वे काफी निराश हैं। मोदी की तारीफ करने के लिए आलोचनाएं झेल चुके गांधीवादी सामाजिक कार्यकर्ता ने कहा कि राज्य में भ्रष्टाचार तेजी से फैल रहा है। गांधी के राज्य में इतना भ्रष्टाचार पहले कभी नहीं था।
भ्रष्टाचार के कई मामले
भाजपा के तेजतर्रार नेता पर तंज करते हुए हजारे ने कहा कि गांधी के गुजरात में आज शराब दूध से ज्यादा सहज सुलभ है। यहां आने के बाद मैंने महसूस किया है कि यहां भ्रष्टाचार के कई मामले हैं। उन्होंने मोदी से राज्य में तुरंत लोकायुक्त नियुक्त करने की मांग की।
जन लोकपाल बिल की मसौदा समिति में सिविल सोसायटी के पांच सदस्यों में से एक हजारे ने कहा कि सबसे पहले तो लोगों को मजबूत करने के लिए राज्य में लोकायुक्त लाया जाए और दूसरा ग्राम सभा को और अधिकार देने के लिए कानून बनाए जाएं।
अन्ना के सहयोगी और सामाजिक कार्यकर्ता स्वामी अग्निवेश ने कहा कि ‘लोक सुनवाई’ में गुजरात सरकार के विकास के कई झूठे दावों की पोल खुल गई है। पिछले दिनों हजारे ने मोदी की तारीफ करते हुए कहा था कि राज्यों के मुख्यमंत्रियों को मोदी और नीतीश द्वारा किए जा रहे विकास कार्यों से सीख लेनी चाहिए।
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