रेगुलर बैकअप लें
बाजार में अब स्मार्टफोन की भरमार है और भारत में स्मार्टफोन के यूजर भी बढ़ रहे हैं। स्मार्टफोन के साथ एक एप्लीकेशन सूट आता है, जिसे पीसी में इंस्टाल करके स्मार्टफोन में सेव फोनबुक और एसएमएस का बैकअप भी ले सकते हैं। फोन खो जाने या क्रैश होने की स्थिति में आपका डाटा हमेशा सुरक्षित रहेगा। एंड्रॉय़ड, आईओएस डिवाइसेज में ईमेल्स, कॉन्टैक्ट्स, और कैलेंडर एंट्रीज का बैकअप जीमेल पर भी ले सकते हैं।
अपडेट रखें
कई बार लोग स्मार्टफोन के फर्मवेयर और ओएस अपडेट्स को अनदेखा कर देते हैं। ये अपडेट्स फोन के लिए बेहद जरूरी होते हैं। नए अपडेट्स में नए फीचर्स के साथ पुराने ओएस की कमियों को भी अपडेट किया जाता है, जिससे उनकी परफॉरमेंस बढ़ जाती है। इसके लिए यूजर को सर्विस सेंटर जाने की जरूरत नहीं है। पीसी में इंस्टॉल एप्लीकेशन सूट के जरिए स्मार्टफोन को अपग्रेड किया जा सकता है। कई कंपनियां ओटीए यानी ओवर द एयर अपडेट का ऑप्शन देती हैं, जिससे यूजर फोन को पीसी से कनेक्ट किए बिना 3जी डाटा या वाई-फाई से भी अपडेट्स को डाउनलोड कर सकते हैं। इसके अलावा स्मार्टफोन में इंस्टाल एप्स भी नए फीचर्स के साथ लगातार ओटीए अपडेट भेजती रहती हैं। फोन की परफॉरमेंस बनाए रखने के लिए एप्स को अपडेट करना भी बेहद जरूरी है।
बैकग्राउंड एप्स को बंद करें
स्मार्टफोन का सबसे बड़ा एडवांटेज है मल्टी-टॉस्किंग। लेकिन इसका एक नुकसान भी है, जिसे हम अनदेखा कर देते हैं। जितनी ज्यादा एप्स फोन के बैकग्राउंड में चलती रहती हैं, उससे फोन की परफॉरमेंस डाउन हो जाती है और फोन ज्यादा बैट्री कंज्यूम करने लगता है और हैंग होने लगता है। अच्छा है कि जो एप्स यूज न हो रही हों, उन्हें बंद कर दें। फोन के यूजर मैनुअल के जरिए बैकग्राउंड में चल रही एप्स को बंद करने का तरीका ढूंढ सकते हैं। आमतौर पर होम या मेन्यू बटन को प्रेस करके टॉस्क मैनेजर तक पहुंच सकते हैं।
रीस्टार्ट/रीसेट जरूर करें
सुनने में यह बड़ा अजीब सा लगता है, लेकिन विशेषज्ञों की मानें तो फोन को दो-तीन दिन में एक बार रीस्टार्ट अवश्य करें। रीस्टार्ट करने का फायदा यह होगा कि कई एप्स बंद करने के बाद भी चलती रहती हैं, जिससे फोन के साथ बैट्री की परफॉरमेंस पर भी बुरा असर पड़ता है। बेहतर होगा कि फोन को एक बार रीस्टार्ट अवश्य करें। अच्छा होगा कि फोन को पॉवर ऑफ करने के बाद बैट्री निकाल कर 20 सेकेंड बाद दोबारा बैट्री लगा कर ऑन करें। इसके अलावा जब कभी आपको लगे कि फोन की परफॉरमेंस डाउन हो रही है, तो फोन को एक बार रीसेट कर दें। लेकिन इससे पहले पीसी या जीमेल पर बैकअप जरूर लें।
सफाई का रखें ध्यान
किसी भी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस की सबसे बडी दुश्मन है धूल। जब डिवाइसेज के इंटरनल कंपोनेंट्स में धूल का जमाव ज्यादा हो जाता है, तो डिवाइस हीट होनी शुरू हो जाती है। अच्छा होगा कि किसी ब्लोअर का इस्तेमाल करके कूलिंग फैन के सामने वाले छिद्रों को क्लीन कर दें। लैपटॉप कूलर का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
अपडेशन जरूरी है
कुछ लोग पायरेटेड विंडोज इस्तेमाल करते हैं और उसका ऑटोमेटिक अपडेट वाला फीचर ऑफ कर देते हैं।इससे ओएस को बेहद नुकसान होता है। इससे बचने के लिए या तो फ्री लिनुक्स ओएस इस्तेमाल करें या जेनुइन विंडोज का इस्तेमाल करें। इसका फायदा यह होगा कि विडोंज के अपडेट्स लगातार इंस्टाल होते रहेंगे। क्योंकि यही अपडेट्स आपको वॉयरस अटैक से भी बचाएंगे। कई बार विंडोज अपडेट न करने से ओएस क्रैश तक हो सकता है। जेनुइन विंडोज के जरिए आप बॉयोस अपडेट रख सकते हैं। इसके अलावा विंडोज के ड्राइवर्स को भी अपडेट रखने के साथ एंटी-वॉयरस और फायरवॉल को भी अपडेट रखें।
डीवीडी प्लेयर में सीडी छोड़े
लगभग सभी डीवीडी प्लेयर्स में लेंस का फेस ऊपर की तरफ होता है। लेंस की सबसे बड़ी दुश्मन है धूल। लेंस पर धूल आने से कई तरह की समस्याएं हो सकती हैं। इससे लेंस का लोडिंग टाइम बढ़ सकता है, लेंस रीडिंग एरर देने लगता है। इसका उपाय है कि एक डिस्क प्लेयर के अंदर छोड़ दें। डिस्क से लेंस पूरी तरह कवर हो जाता है और एक शील्ड की तरह काम करता है। अगर लंबे समय तक प्लेयर यूज नहीं कर रहे हैं, तो इस्तेमाल से पहले डिस्क को निकालें, उसे साफ करें, फिर चलाएं।
बूस्ट विंडोज परफॉरमेंस
विंडोज 7 या विंडोज 8 यूजर हैं और पीसी स्लो चलता है, तो आपके पीसी मे रेडीबूस्ट नाम से एक फीचर है, जिसकी मदद से आप 4 जीबी या उससे ज्यादा की पेन ड्राइव को रैम में कन्वर्ट कर सकते हैं। आपको केवल ड्राइव प्लग करनी है और माई कंप्यूटर पर राइट क्लिक करके प्रॉपर्टीज पर क्लिक करना है। उसके बाद रेडीबूस्ट टेब पर क्लिक करके आप सेटिंग कर सकते हैं। अब पीसी की स्पीड बढ़ाने के लिए अलग से रैम खरीदने की जरूरत नहीं है।
सीडी पर पड़ जाएं स्क्रेच
लंबे समय तक सीडी इस्तेमाल करने से कई बार सीडी पर स्क्रेच पड़ जाते हैं। स्क्रेच वाली सीडी प्लेयर के लेंस को भी खराब कर सकती है। चलाने से पहले सीडी को कॉटन कपड़े से साफ कर लें, उसके बाद ब्रासो लिक्विड से एक-दो बार अच्छे से साफ कर लें। चाहें तो, थोड़े से टूथपेस्ट से भी साफ कर सकते हैं। इसका रिस्क आपको स्वयं लेना होगा।
विंडोज में हायबरनेट
विंडोज में हायबरनेट का एक ऑप्शन होता है, अगर आप अक्सर स्लीप या शटडाउन ऑप्शन यूज करते हैं, तो उसकी जगह हायबरनेट यूज कर सकते हैं। इससे लैपटॉप जल्दी स्टार्ट होगा और बैट्री का इस्तेमाल कम से कम करेगा।
वेंपायर पॉवर
स्टैंडबाय मोड में भी कई डिवाइस कम मात्रा में पॉवर खींचती हैं जिसे वेंपायर पॉवर भी कहते हैं। इसके लिए आप कंजर्व सॉकेट या कंजर्व सर्ज इंस्टाल कर सकते हैं। यह स्टेंडबाय पॉवर को ऑटोमेटिक कट-ऑफ कर देता है। इससे आपकी डिवाइस लंबे समय तक चलेगी।
यूपीएस बैकअप
कई बार यूपीएस बैकअप को अनदेखा कर देते हैं। पीसी की सेहत के लिए यूपीएस बैकअप इंस्टाल करना बेहद जरूरी है। यूपीएस की मदद से पीसी कुछ मिनटों कर ऑन रहता है और आप उसे सेफली शटडाउन कर सकते हैं। इससे पॉवर फेल होने की स्थिति में डाटा लॉस या हार्डवेयर डैमेज होने की संभावना कम होती है।
सर्ज प्रोटेक्टर्स
सेंसिटिव इक्विपमेंट्स के लिए सर्ज प्रोटेक्टर्स बेहद जरूरी हैं। ये पॉवर फ्लक्चुएशंस होने पर डिफेंस लाइन का काम करते हैं। ये किसी भी सॉकेट डिजाइन के साथ कनेक्ट हो जाते हैं।
डिस्प्ले क्लीनिंग
मोबाइल की डिस्प्ले हो या एलसीडी मॉनिटर या फिर हो प्लाज्मा टीवी, स्क्रीन को साफ करना जरूरी है। एलसीडी स्क्रीन को माइक्रोफाइबर क्लॉथ से ही साफ करना चाहिए।
ccleane को पीसी में इंस्टाल कर सकते हैं। यह सॉफ्टवेयर पीसी में मौजूद, जंक फाइल्स, डुप्लिकेट फाइल्स और रजिस्ट्री एरर को ढूंढ कर उन्हें रीमूव करता है और पीसी को ऑप्टिमाइज करता है। इसमें ऑन डिमांड स्कैन को शिडयूल भी कर सकते हैं। हफ्ते में कम से 3 बार इन सॉफ्टवेयर्स को जरूरी रन करें कई बार पीसी में टेंप फाइल्स, रजिस्ट्री एरर, जंक फाइल्स, डुप्लिकेट फाइल्स बन जाती हैं, जो पीसी की परफॉरमेंस को स्लो करती हैं।
Great Post
ReplyDeleteSonu Pandit जी,पोस्ट पर कमेन्ट के लिए आभार।
Deleteअच्छी जानकारियाँ !!
ReplyDeleteपूरण खण्डेलवाल जी,पोस्ट पर कमेन्ट के लिए आभार।
DeleteGreat Article
ReplyDeletemohit जी,पोस्ट पर कमेन्ट के लिए आभार।
Deleteबहुत उपयोगी जानकारी ...
ReplyDeleteआपका हार्दिक आभार...
के. सी. मईड़ा जी,पोस्ट पर कमेन्ट के लिए आभार।
Deleteबहुत उपयोगी जानकारी ...
ReplyDeleteआपका हार्दिक आभार...
हर बार के भांति बहुत उपयोगी जानकारी ..आभार
ReplyDeleteकविता रावत जी,पोस्ट पर कमेन्ट के लिए आभार।
Deleteहमेशा की तरह उपयोगी जानकारी मनोज जी.
ReplyDeletePrem Prkash जी,पोस्ट पर कमेन्ट के लिए आभार।
Deleteउपयोगी जानकारी मनोज जी.
ReplyDeleteमनोज बहुत उपयोगी जानकारी बहुत बहुत आभार
ReplyDeleteनई पोस्ट
क्या आपको अपना मोबाइल नम्बर याद नहीं
Abhimanyu Bhardwaj जी,पोस्ट पर कमेन्ट के लिए आभार।
Deleteमेरी पुरानी पोस्ट
-अपना खुद का फोन नंबर चेक करने का एक आसान उपाय-
अच्छी जानकारियाँ मनोज जी.
ReplyDeletepiush pant जी,पोस्ट पर कमेन्ट के लिए आभार।
Deleteआदरणीय डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री मयंक (उच्चारण) जी, आभार।
ReplyDeleteबुकमार्क करने लायक पन्ना हो गया है मनोज भाई , बहुत ही काम की और उपयोगी जानकारियां दी आपने , सच है कि हम इन वस्तुओं के रख रखाव के प्रति असावधान और उपेक्षित रहते हैं जबकि आपकी दी हुई छोटी छोटी टिप्स का अनुसरण करके स्थिति को और गैजेट्स को बेहतर बनाया जा सकता है
ReplyDeleteअजय कुमार झा जी,पोस्ट पर कमेन्ट के लिए आभार।
Deleteबहुत उपयोगी जानकारी बहुत बहुत आभार
ReplyDeleteदेवेन्द्र सिंह जी,पोस्ट पर कमेन्ट के लिए आभार।
Deleteउपयोगी जानकारी बहुत बहुत आभार
ReplyDeleteरोचक व् नयी जानकारी धन्यवाद.
ReplyDeleteRajan mishra जी,पोस्ट पर कमेन्ट के लिए आभार।
Deleteउपयोगी जानकारी बहुत बहुत आभार
ReplyDeleteBabu sexena जी,पोस्ट पर कमेन्ट के लिए आभार।
Deleteउपयोगी जानकारी आभार
ReplyDeleteNiramala Nishank जी,पोस्ट पर कमेन्ट के लिए आभार।
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