अब डिस्प्ले डिवाइसेज के निर्माताओं के सामने भविष्य की तकनीक को अपनाते हुए सबसे ज्यादा क्लियर पिक्चर दिखाने वाली डिस्प्ले यूनिट ग्राहकों तक पहुंचाने की चुनौती खड़ी हो गई है। हालांकि आज भी भारत में अधिकांश घरों में सामान्य सीआरटी टीवी ही मौजूद हैं।
इसके बाद एलसीडी, फिर प्लाज्मा, फिर एलईडी, फिर स्मार्ट और फिर फुल एचडी और फिर थ्रीडी एलईडी टीवी का नाम आता है। देश में अभी भी फुल एचडी और थ्रीडी देखने वाले बहुत कम दर्शक हैं।
तकनीक की हर पल बदलती दुनिया में अल्ट्रा एचडी को लॉन्च करना कंपनियों की मजबूरी बन गई है। टीवी बनाने वाली प्रमुख कंपनियों ने बीते दिनों में अल्ट्रा एचडी टीवी लॉन्च किए, जो सामान्य या फिर कहें अमीरों के भी सबसे उच्च वर्ग की ही पहुंच में ही हैं। लेकिन भारतीय बाजार में भी अब अल्ट्रा एचडी टीवी ने अपनी पहुंच बना ली है।
अल्ट्रा एचडी
इसकी शुरुआत 4K (फोरK या चार हजार) पिक्सल से होती है। सामान्य टीवी में रेजोल्यूशन को मापने के लिए वर्टिकल पिक्सल (लंबवत) को मापा जाता है। उदाहरण के रूप में 1920x1080 रेजोल्यूशन की टीवी में 1080 पी वर्टिकल आंकड़े बताता है।
जबकि अल्ट्रा एचडी टीवी में रेजोल्यूशन के लिए पिक्सल का वर्टिकल की जगह हॉरिजेंटल मेजरमेंट (क्षैतिज माप) किया जाता है। मतलब ऐसी डिस्प्ले स्क्रीन, जिसमें 3840x2160 (1920 x1080का दोगुना) पिक्सल हों। इसी को कहते हैं फोरK(4K)। इसका पूरा नाम क्वॉड फुल एचडी या क्यूएफएचडी है।
अल्ट्रा एचडी 8K रेजोल्यूशन तक आता है। इसमें 7680x4320 पिक्सल मौजूद होते हैं। इस क्वालिटी की पिक्चर में आपको इतनी छोटी सी भी डिटेल साफ दिखाई देगी, जो सामान्यतः आपने सोची भी नहीं होगी। जैसे एक लाल चींटी की आंख या फिर मच्छर के हिलते हुए पंख भी आपको साफ दिखाई देते हैं।
क्यों खास है अल्ट्रा
थ्रीडी और स्मार्ट टीवी के बेहतर गुण।
पिक्चर क्वालिटी की बेहतर क्षमता।
गेमिंग के लिए एक वक्त में बिना स्पिलिट स्क्रीन के दो लोगों के खेलने के लिए ड्युअल विजिबिलिटी।
हर फॉर्मेट की मूवी या वीडियो देखने की सुविधा।
वाईडाई यानी वायरलेस डिस्प्ले यानी बिना तार के वीडियो देखने की सुविधा।
किसी भी टीवी में सबसे बेहतर साउंड क्वॉलिटी की सुविधा।
टीवी और कितने!
वक्त के साथ टेलीविजन के स्वरूप में भी बदलाव आया है। सबसे पहले सामान्य सीआरटी (कैथोड रे ट्यूब) टीवी, फिर एलसीडी (लिक्विड क्रिस्टल डिस्प्ले), प्लाज्मा, एलईडी (लाइट एमिटिंग डायोड), थ्री-डी एलईडी (थ्री डायमेंशनल) और स्मार्ट टीवी समेत टेलीविजन के कई रूप सामने आ चुके हैं।
इसके बाद एचडी (हाई डेफिनिशन) रेडी टीवी के रूप में सामने आया। जिसमें एचडी वीडियो को देखने का विकल्प ग्राहकों के सामने सामान्य प्लाज्मा, एलसीडी टीवी में देखने को मिला। इसके बाद फुल एचडी यानी ऐसा एलसीडी या एलईडी टीवी, जिसमें पूरा हाई डेफिनिशन वीडियो-स्टिल इमेज देखा जा सके, लॉन्च किए गए।
फुल एचडी टीवी यानी 1920x1080 पिक्सल डिस्प्ले को बिना किसी रुकावट के दिखाने वाला यूनिट, जो फिलहाल अब तक की सबसे क्लियर, क्वालिटी ओरिएंटेड पिक्चर दिखाने में सक्षम माना जाता है। यहां यह बताना बहुत जरूरी है कि 1920 x1080 यानी जिसे 1080पी या फुल एचडी के नाम से जाना जाता है, वास्तव में 1080 पिक्सल का वर्टिकल आंकड़ा है।
अब तक के एचडी डिस्प्ले में रेजोल्यूशन को मापने के लिए वर्टिकल पिक्सल को ही मापा जाता है। 1080 पी से पहले 480पी या 720पी को क्लिएरटी के मामले में बहुत बेहतर माना जाता था। लेकिन 1080पी के आने के बाद यह सभी पैमाने बीते दिनों की बात हो गए।
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bahut sunder! dhanyavaad,
ReplyDeleteNice Article Sir Thanks.
ReplyDeleteGrat Post
ReplyDeleteGrat Article Sir Thanks
ReplyDeleteआपके ब्लॉग पर वाकई रोचक जानकारियां मिलती है आपको धन्यवाद.
ReplyDeleteअच्छी जानकारी मनोज जी थैंक्स.
ReplyDeleteनित नई खोज के साथ इन गेज्टों को अपटूडेट रखना टेड़ी खीर है ... अच्छी जानकारी ...
ReplyDeleteरोचक जानकारी मनोज जी धन्यवाद
ReplyDeleteआपके ब्लॉग पर वाकई रोचक जानकारियां मिलती है मनोज जी धन्यवाद.
ReplyDeleteअच्छी जानकारी मनोज जी थैंक्स.
ReplyDeleteGrat Article Sir
ReplyDeleteअच्छी जानकारी
ReplyDeleteGrat Article
ReplyDeleteवाकई रोचक जानकारी मनोज जी थैंक्स.
ReplyDeleteबहुत सुन्दर जानकारी ,मनोज जी. आभार.
ReplyDeleteनई पोस्ट : मेघ का मौसम झुका है
अच्छी जानकारी मनोज जी थैंक्स.
ReplyDeletebahut sunder Article
ReplyDeleteअच्छी जानकारी !!
ReplyDeleteबहुत अच्छा है।
ReplyDeleteआपके ब्लॉग पर वाकई रोचक जानकारियां मिलती है आपको धन्यवाद.
ReplyDeleteवाकई अच्छी जानकारी मनोज जी थैंक्स.
ReplyDeleteआदरणीय , मनोज भाई बहुत काम की व महत्वपूर्ण जानकारी दी है आपने , धन्यवाद
ReplyDelete" जै श्री हरि: "
रोचक जानकारी...
ReplyDeleteउपयोगी जानकारी भरा लेख मनोज जी थैंक्स.
ReplyDeleteबहुत सुन्दर जानकारी ,मनोज जी. आभार.
ReplyDeleteबहुत काम की व महत्वपूर्ण जानकारी मनोज जी थैंक्स.
ReplyDeletebahut sunder article manoj ji thanks
ReplyDeleteअच्छी जानकारी मनोज जी थैंक्स.
ReplyDeleteअच्छी जानकारी !!
ReplyDeletebahut badiya sir
ReplyDeletebahut dino baad aapke blog par aaya hu to ek sath bahut saari post padne ko mili
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