याहू डॉट काम
इंटरनेट पर सर्चिंग इंजन की दौड़ में याहू दूसरे नंबर पर है। इसकी शुरूआत स्टेनफोर्ड यूनिवर्सिटी से पीएचडी करने वाले डेविड फिलो और जेरी यांग ने की थी। याहू की खूबी यह है कि आप इस पर ऐप्स भी सर्च कर सकते हैं, एप्लीकेशन तलाशने की यह सुविधा गूगल में नहीं है। याहू का हेड क्वार्टर सन्नीवेल (कैलीफोर्निया) में है। 25 देशों और उनकी राजधानी में याहू के करीब 12 हजार कर्मचारी काम कर रहे हैं। मेरिसा मेयर इसकी सीईओ है।
बिंग डॉट काम
सर्च इंजन याहू के बाद बिंग डॉट काम तीसरे पायदान पर है। इंटरनेट यूजर्स के बीच यह काफी लोकप्रिय है। हॉट मेल भी इसकी उत्पाद है। बिंग के वीडियो सर्च की खूबी है कि इसके रिजल्ट डिस्पले के साथ-साथ बिना वेबसाइट पर गए आप वीडियो का प्ले प्रीव्यू भी देख सकते हैं, गूगल में यह सुविधा नहीं है। हिंदी और अंग्रेजी के अलावा बिंग डॉट काम करीब 41 भाषाओं में अपने यूजर को मैटर प्रोवाइड करता है। इस पर न्यूज के अलावा इमेज, वीडियो और मेप की भी सुविधा है।
ऑस्क डॉट काम
ऑस्क डॉट काम की शुरूआत 1996 में ऑस्क जीव के नाम से की गई थी। साल 2005 में इसका नाम बदलकर ऑस्क डॉट काम रखा गया। यह एक कीवर्ड सर्च इंजन है मगर यहां आप कम्यूनिटी से भी अपने सवालों के जवाब पा सकते हैं। इतना ही नहीं कोई भी सवाल पूछने पर यह उससे जुड़े अक्सर पूछे जाने वाले सवाल भी डिस्प्ले करता है। ड्यूग लीड्स इसके सीईओ है। आप इस पर जब किसी टॉपिक से रिलेटिड सर्च करते हैं तो अच्छे रिजल्ट मिलते हैं। इस पर भी न्यूज, इमेज, वीडियो और मेप सर्च करने की सुविधा है। इस पर उपलब्ध काफी मैटर को गूगल और बिंग डॉट काम से भी आउटसोर्स किया जाता है।
आन्सर डॉट काम
आन्सर डॉट काम की शुरूआत इजराइल में हुई थी। शुरुआत में इसका नाम गुरुनेट डॉट काम रखा गया था। यह दुनिया की पांच प्रमुख भाषाओं में सर्च प्रोवाइड करता है। आन्सर डॉट काम विकी आन्सर, रेफरेंस आन्सर और वीडियो आन्सर जैसे मंचों के जरिए भी जानकारी साझा करता है। इसमें कई श्रेणियों के आधार पर सर्च का विकल्प है। इंश्योरेंस, हेल्थ, कानून और मेडिकल से संबंधित प्रश्नों की जानकारी के लिए यह काफी अच्छा सर्च इंजन है।
वुल्फरम-अल्फा डॉट काम
वुल्फरम-अल्फा सर्च इंजन से भी बढ़कर आपके तथ्यात्मक सवालों को हल करता है। वुल्फरम अल्फा में आप कुछ खास सवालों के जवाब भी पा सकते हैं। यह एक इंटेलीजेंट सर्च इंजन है। इसे इंटेलीजेंट सर्च इंजन इसलिए कहा गया है क्योंकि यह यूजर्स को सवालों के जवाब में वेबसाइट लिस्ट देने के बजाय चुनिंदा जानकारी देता है। इसे वुल्फरम रिसर्च टीम ने ही डेवलप की है। ऐपल की एप्लीकेशन सीरी के 25 फीसदी ग्राहक इसका यूज इंटरनेट पर सर्च करने के लिए करते हैं। इस पर सर्च करने पर साइंस, न्यूट्रीशन, हिस्ट्री, इंजीनियरिंग, मैथ, फाइनेंस और म्यूजिक से संबंधित अच्छा मैटर मिलता है।
पीपल डॉट काम
अगर आप अपने बिछड़े हुए दोस्त को तलाशना चाहते हैं तो यह सर्च इंजन आपके लिए उपयोगी साबित हो सकता है। इसके नाम के मुताबिक ही इसका काम है। यह लोगों को तलाशने में मददगार साबित हो सकता है। इसके सर्च बॉक्स में आप संबंधित व्यक्ति का नाम और लोकेशन लिखने से उस व्यक्ति के बारे में पता लगा सकते हैं। इस सर्च इंजन पर व्यक्ति के मोबाइल नंबर और ई-मेल से भी जानकारी मिल सकती है।
कुछ जानकार मानते है कि यह कई मामलों में गूगल से भी बेहतर नतीजे देता है, क्योंकि यह ‘डीप वेब’ का इस्तेमाल करता है। यह वेबसाइट न सिर्फ फेसबुक, माइस्पेस और लिंक्डइन जैसी सोशल नेटवर्किग साइट का लिंक मुहैया कराती है, बल्कि फ्लिकर के जरिए फोटो को भी सर्च नतीजों में शामिल करती है। यह प्रॉपर्टी रिकॉर्डस, पब्लिक रिकॉर्ड आदि को भी खंगालती है।
स्कॉर डॉट काम
स्कॉर डॉट काम की शुरूआत 1997 में आफटरवोट डॉट काम के नाम से की गई थी। वेबसाइट की शुरुआत होने के एक साल बाद ही इसका इंटरनेक्सट मीडिया ने अधिग्रहण कर लिया और इसे स्कॉर डॉटकाम नाम से दोबारा लांच किया। इसकी शुरुआत करने के पीछे सबसे उपयोगी और सबसे सटीक नतीजे देने का लक्ष्य रखा गया था। इसमें यूजर को किसी बात पर अपना मत देने और कमेंट करने की भी आजादी है।
डॉगपाइल डॉट काम
डॉगपाइल डॉट काम के होम पेज पर सभी बड़े सर्च इंजन जैसे गूगल, याहू और बिंग के लिंक दे रखे है। यह एक साथ तीनों सर्च इंजन के रिजल्ट को शो करता है। जिससे यूजर के काफी समय की बचत होती है। इसके द्वारा टेक्सट मैटर के अलावा वीडियो और ऑडियो के अच्छे नतीजे भी मिल जाते हैं। इसे मेटासर्च टेक्नोलॉजी ने डेवलप किया था।
डक डक गो डॉट काम
डक डक गो सर्च इंजन की शुरूआत सितंबर 2008 में गेबरियल बेनबर्ग ने की थी। इस सर्च इंजन को यूरोप में काफी पसंद किया जाता है। इसे गूगल की तरह ही तैयार किया गया है। इसके होम पेज पर सर्च बार के अलावा ज्यादा मैटर नहीं दिया गया है।
एंटायरवेब डॉट काम
एंटायरवेब डॉट काम की शुरूआत साल 2000 में की गई थी। एंटायरवेब ने प्रतिस्पर्धा में बने रहने के लिए अप्रैल, 2010 में अपने इंटरनेशनल सर्च इंजन एंटायरवेब 3.0 को लांच किया। यह लाखों लोगों का पसंदीदा सर्च इंजन है।
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बहुत उम्दा जानकारी मनोज जी,
ReplyDeletePrem Raj जी,पोस्ट पर टिप्पणी के लिए आभार।
Deleteआपका ब्लॉग उपयोगी जानकारियो का संग्रह है एक और उपयोगी जानकारी धन्यवाद मनोज जी.
ReplyDeleteअर्चना अग्रवाल जी,पोस्ट पर टिप्पणी के लिए आभार।
DeleteGreat..
ReplyDeleteChintu Raj जी,पोस्ट पर टिप्पणी के लिए आभार।
Deleteउपयोगी जानकारी धन्यवाद मनोज जी.
ReplyDeleteहाँ कभी कभी पक जाते हैं गूगल से।
ReplyDeleteप्रवीण पाण्डेय जी,पोस्ट पर टिप्पणी के लिए आभार।
Deleteवैरी नाईस , कई सर्चिंग इंजन्स कई लोगों के लिए नयी जानकारी साबित होगी।
ReplyDeleteआमिर जी,,पोस्ट पर टिप्पणी के लिए आभार।
Deleteशानदार जानकारी मनोज सर थैंक्स.
ReplyDeleteSanil Sexena जी,,पोस्ट पर टिप्पणी के लिए आभार।
Deleteअच्छी जानकारी !!
ReplyDeleteपूरण खण्डेलवाल जी,,पोस्ट पर टिप्पणी के लिए आभार।
Deleteबेहतरीन जानकारी बहुत लोगों के काम आएगी.
ReplyDeleteSonu Pandit जी,यही तो मेरा मकसद है।
DeleteGret Article Sir.
ReplyDeleteThanks.
Deleteबहुत ही बेहतरीन जानकारी दिए मनोज जी,इनमे पाचं ही के बारे में मैं जानता था.
ReplyDeleteराजेंद्र जी,बहुत से लोग केवल तीन के बारे में ही जानते हैं।
Deleteउम्दा जानकारी मनोज जी.
ReplyDeleteBabu Ram जी,पोस्ट पर टिप्पणी के लिए आभार।
Deletenice article thanks.
ReplyDeletepinky joshi जी,पोस्ट पर टिप्पणी के लिए आभार।
Deleteअच्छी जानकारी दी आपने ! मेरे ब्लॉग पर भी आपका स्वागत हे ! ब्लॉग का पता हे !'
ReplyDeletehttp://hiteshnetandpctips.blogspot.com
हितेश राठी जी,मे आपके ब्लॉग पर गया था,एंव आपको फालो भी किया कमेन्ट भी पोस्ट किया मगर अफ़सोस की बात है कि आपकी तरफ से कोई रिस्पांस नहीं मिला। हितेश जी,ताली दोनों हाथों से बजती है यह किसी को बताने क़ी जरुरत नहीं होती ?
Deleteसर्च इंजनों के बारे में विस्तृत जानकारी देने के लिए धन्यवाद।
ReplyDeleteउपयोगी लिंक्स : इंटरनेट के टॉप सर्च इंजन्स
हर्षवर्धन जी,पोस्ट पर टिप्पणी के लिए आभार।
Deletevery nice
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