मनोज जैसवाल : काले धन का पता लगाने के लिए बढ़ते दबाव के बीच केंद्र सरकार ने रविवार को घोषणा की कि वह देश-विदेश में जमा काले धन के आकलन और इससे जुड़े अन्य पहलुओं का अध्ययन करा रही है। वित्त मंत्रालय द्वारा शुरू कराया गया काम 16 माह में पूरा किया जाएगा। देश के तीन शीर्ष संस्थान इस काम को अंजाम दे रहे हैं। ये संस्थान यह भी बताएंगे कि मनी लांड्रिंग के लिए क्या तरीके अपनाए जाते हैं, काले धन की वजह क्या है और किन-किन क्षेत्रों में सबसे ज्यादा काली कमाई की जा रही है।
वित्त मंत्रालय के अनुसार, अब तक इस तरह का कोई पुख्ता अनुमान उपलब्ध नहीं है कि देश और देश के बाहर कितना काला धन है। अध्ययन में यह भी बताया जाएगा कि किस तरह काले धन को पकड़ा जाए और उस पर अंकुश लगाते हुए उसे किस तरह टैक्स के दायरे में लाया जाए। नेशनल काउंसिल फॉर एप्लाइड इकानॉमिक रिसर्च (एनसीईएआर), नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक फाइनेंस एंड पालिसी (एनआईपीएफपी)और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फाइनेंशियल मैनेजमेंट (एनआईएफएम) द्वारा मार्च से यह अध्ययन किया जा रहा है।
काले धन पर सबसे पहला अध्ययन करीब 26 साल पहले 1985 में एनआईपीएफपी ने किया था। मंत्रालय ने कहा कि यह अनुमान विश्वसनीय नहीं है कि काले धन का आंकड़ा 462 अरब डॉलर से 1400 अरब अमेरिकी डॉलर के बीच है। काला धन मामले में सरकार ने एक उच्च स्तरीय समिति भी बनाई है, जो ऐसे धन को जब्त करने उसे राष्ट्रीय संपदा घोषित करने का का कानूनी ढांचा सुझाएगी। समिति में केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) के अध्यक्ष भी शामिल होंगे। गौरतलब है कि वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी ने कुछ समय पूर्व कहा था कि सरकार काले धन से निपटने और विदेशों में जमा धन का पता लगाने के लिए पांच स्तरीय योजना पर काम कर रही है। इसके तहत विदेशों के साथ बैंकिंग सौदों और कर संबंधी सूचनाओं के आदान-प्रदान के लिए नए और संशोधित समझौते करने के साथ घरेलू कानूनों में सुधार भी शामिल हैं।
आमरण अनशन कर सरकार को घेरेंगे बाबा रामदेव
योग गुरु स्वामी रामदेव ने 4 जून से यहां शुरू होने वाले अष्टांग योग शिविर और सत्याग्रह के जरिये सरकार को घेरने की तैयारी कर ली है। इस सत्याग्रह से प्रत्यक्ष और परोक्ष रूप से देशभर के करीब दस करोड़ लोगों के जुड़ने की संभावना है। रामदेव ने काले धन और भ्रष्टाचार को भी मुद्दा बनाया है।
भारतीय स्वाभिमान ट्रस्ट के महामंत्री आचार्य बालकृष्ण ने रामलीला मैदान में शिविर के लिए की जा रही तैयारियों को लेकर बताया कि अभी तक 38 लाख 74 हजार लोगों ने एसएमएस के जरिये स्वामी रामदेव के नेतृत्व वाले सत्याग्रह अभियान और आमरण अनशन का समर्थन किया है। रामलीला मैदान और जंतर-मंतर के अलावा विभिन्न प्रदेशों की राजधानियों और जिला मुख्यालयों में भी समानांतर सत्याग्रह अभियान चलेगा। कुल मिलाकर दस करोड़ लोग प्रत्यक्ष और परोक्ष रूप से इस अभियान से जुडें़गे। आचार्य बालकृष्ण ने स्पष्ट किया कि रामलीला मैदान में अष्टांग योग शिविर चार से 12 जून तक चलेगा, लेकिन जंतर-मंतर पर सत्याग्रह तब तक जारी रहेगा जब तक सरकार स्वामी रामदेव की मांगों पर कोई सकारात्मक कदम नहीं उठाती।
-मनी लांड्रिंग के लिए क्या तरीके अपनाए जाते हैं
-किन क्षेत्रों में है सबसे ज्यादा काला धन
-काले धन को किस तरह कर के दायरे में लाया जाए
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1400
अरब डॉलर तक काले धन का अनुमान। वैसे सरकार इस आंकड़े को विश्वसनीय नहीं मान रही
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कौन कर रहा अध्ययन
एनसीईएआर, एनआईपीएफपी और एनआईएफएम
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