एमरल्ड टेबलेट पर क्या लिखा है, किसने और कब लिखा है। ये सभी बातें आज तक कोई सुलझा नहीं सका है। हर युग के मशहूर साइंटिस्ट और इतिहासकार इसे समझने की कोशिश कर चुके हैं। सभी ने इसे अपने-अपने तौर पर समझाने की कोशिश की।
कुछ मानते हैं कि इसमें दुनिया कैसे बनी, इसका फ़ॉर्मूला छिपा है। कुछ मानते हैं कि ये शारीरिक, मानसिक और आत्मा से संबंधित है। इससे जीवों की उत्पत्ति का रहस्य है। 400 ईसवी के आस-पास इसे गीजा इलाके में धार्मिक दुश्मनों से छिपाया गया था।
उस समय वे लोग दुनियाभर की लाइब्रेरीज जला रहे थे। बहुत से लोगों को लगता है कि ये सदियों पुराना पत्थर आज भी वहीं कहीं छिपा है। हरे रंग का ये पत्थर आज कहां है और इस पर कौन सी भाषा लिखी थी, ये आज भी राज है।
राज़ है गहरा
एमरल्ड टेबलेट एक हरे रंग का पत्थर था, जिस पर किसी विलुप्त हो चुकी भाषा में कुछ लिखा था। इतिहास में देखें तो हर दौर में इसके बारे में लिखा गया है। सभी ने अपने-अपने तौर पर इसका अर्थ समझाया है। फिर भी सच्चई क्या है कोई नहीं जानता।
Hi is lukig yeri samart
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