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मनोज जैसवाल-अन्ना हजारे की जीत को केंद्रीय मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल ने कांग्रेस की जीत बताया है। उन्होंने कहा है कि कांग्रेस पार्टी चाहती थी कि सख्त लोक पाल बिल लाया जाए। अब अन्ना ने देश में भ्रष्टाचार के खिलाफ जनता को जागरूक कर उसमें एक नई चेतना भर दी है तो इससे कांग्रेस का काम आसान हो गया है।
केन्द्रीय कोयला मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल ने रविवार को एक विशेष बातचीत में कहा कि अन्ना हजारे ने भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन कर देश की जनता में एक नई चेतना भर दी है। कांग्रेस पार्टी भी भ्रष्टाचार के खिलाफ थी और वह सख्त से सख्त लोकपाल बिल लाना चाहती थी। लेकिन उसे डर था कि यह बिल कहीं ज्यादा सख्त हो गया तो संसद में इसका विरोध हो जाएगा और अन्य राजनीतिक दल इसे पारित नही होने देंगे।
उन्होंने कहा कि अन्ना हजारे ने लोकपाल बिल के लिए आमरण अनशन कर और देश की करोड़ों जनता को अपने साथ जोड़ कर कांग्रेस पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी और प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का काम आसान कर दिया। इसी कारण कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की पहल पर तुरत-फुरत काम हुआ और तुरंत एक कमेटी का गठन कर दिया गया।
जायसवाल ने कहा कि एक तरह से देखें तो अन्ना के आंदोलन ने कांग्रेस पार्टी का सख्त लोकपाल बिल लाने का काम आसान कर दिया और संसद के मानसूत्र सत्र में इस बिल को पास कराने वक्त जो भी राजनीतिक दल इसका विरोध करेंगे वह जनता के सामने बेनकाब हो जाएंगे।
अन्ना हजारे 5 अप्रैल से आमरण अनशन पर बैठे थे। शुक्रवार की रात तीन दौर की बातचीत के बाद अन्ना समर्थकों और सरकार के बीच समझौता हो गया था। शनिवार को सरकार द्वारा नोटिफिकेशन जारी करने के बाद अन्ना हजारे ने अपना अनशन तोड़ दिया था ।
केन्द्रीय कोयला मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल ने रविवार को एक विशेष बातचीत में कहा कि अन्ना हजारे ने भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन कर देश की जनता में एक नई चेतना भर दी है। कांग्रेस पार्टी भी भ्रष्टाचार के खिलाफ थी और वह सख्त से सख्त लोकपाल बिल लाना चाहती थी। लेकिन उसे डर था कि यह बिल कहीं ज्यादा सख्त हो गया तो संसद में इसका विरोध हो जाएगा और अन्य राजनीतिक दल इसे पारित नही होने देंगे।
उन्होंने कहा कि अन्ना हजारे ने लोकपाल बिल के लिए आमरण अनशन कर और देश की करोड़ों जनता को अपने साथ जोड़ कर कांग्रेस पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी और प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का काम आसान कर दिया। इसी कारण कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की पहल पर तुरत-फुरत काम हुआ और तुरंत एक कमेटी का गठन कर दिया गया।
जायसवाल ने कहा कि एक तरह से देखें तो अन्ना के आंदोलन ने कांग्रेस पार्टी का सख्त लोकपाल बिल लाने का काम आसान कर दिया और संसद के मानसूत्र सत्र में इस बिल को पास कराने वक्त जो भी राजनीतिक दल इसका विरोध करेंगे वह जनता के सामने बेनकाब हो जाएंगे।
अन्ना हजारे 5 अप्रैल से आमरण अनशन पर बैठे थे। शुक्रवार की रात तीन दौर की बातचीत के बाद अन्ना समर्थकों और सरकार के बीच समझौता हो गया था। शनिवार को सरकार द्वारा नोटिफिकेशन जारी करने के बाद अन्ना हजारे ने अपना अनशन तोड़ दिया था ।
good post
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